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Dec 17 2023, 20:03

दिल्ली की सड़कों पर एक साथ उतरे 2 हजार बाइकर्स, 'बेटी बचाओ और शिक्षा' का दिया संदेश

डेस्क: देश के सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों से लगभग 2,000 बाइकर्स रविवार को राष्ट्रीय राजधानी में एकजुट हुए। इस दौरान इन बाइकर्स ने एक अभियान की शुरुआत की। अपने अभियान 'वन नेशन वन राइड' के तहत बाइकर्स ने सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के साथ-साथ 'SAVE GIRL CHILD & EDUCATION' की शपथ भी ली। इस अभियान में हिस्सा ले रहे प्रतिभागियों ने लड़कियों को बचाने और उन्हें शिक्षित करने के महत्व पर प्रकाश डाला। बता दें कि दूसरी बार इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। 

सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया गया आयोजन

इस मौके पर अभियान से जुड़े एक प्रतिभागी ने कहा कि यह अभियान सैनिकों के लिए आयोजित किया जाता है। इस बार हमने अभियान के तहत 'बेटी बचाओ' के संदेश को भी शामिल किया है। एक अन्य प्रतिभागी ने कहा कि हमें 'बेटी बचाओ' की शुरुआत अपने घर से ही करनी चाहिए। हम लोगों को यह बताना चाहते हैं कि इसे अपने घरों से ही शुरू करना चाहिए। बता दें कि यह कार्यक्रम आज सुबह आयोजित किया गया। इसमें 2 हजार बाइकर्स नई दिल्ली के जीटी करनाल बाईपास रोड के पास मुकरबा चौक से हरियाणा के मुरथल में मोजोलैंड तक पहुंचे। इस अवसर पर सेना के कुछ अधिकारी भी उपस्थित रहे।

'वन नेशन वन राइड' पहल का यह दूसरा संस्करण

जीत कटारिया, जो कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में टेनिस अकादमियां चलाते हैं। अपने जुनून के चलते उन्होंने अपनी बाइक पर देश के विभिन्न हिस्सों में भ्रमण करना शुरू किया था, जहां उनकी मुलाकात अलग-अलग लोगों से हुई। इस यात्रा के दौरान, वह नए लोगों से मिले और विभिन्न विचारों के साथ सहयोग किया। इसी दौरान उन्होंने समाज के लिए कुछ करने के बारे में सोचा। इस बार 'वन नेशन वन राइड' पहल का यह दूसरा संस्करण था। पिछले साल इसी अभियान के तहत 1971 के भारत-पाक युद्ध के नायकों को श्रद्धांजलि देने के लिए ये सभी लोग एकत्रित हुए थे।

बेटी बचाने और उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करना भी उद्देश्य

आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए जीत कटारिया ने कहा कि यह न केवल एक आयोजन है, बल्कि देश के युवाओं को एक साथ बांधने और 1971 के योद्धाओं को श्रद्धांजलि देने का एक मकसद भी है। इस बार उनका एजेंडा बेटी बचाने और उन्हें शिक्षा के प्रति जागरूक करना भी है। बता दें कि 16 दिसंबर 1971 को लगभग 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने ढाका में भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था। तब से यह दिन विजय दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

कैसे शुरू हुआ 'वन नेशन वन राइड'

उन्होंन कहा कि 'वन नेशन वन राइड' भारत के राइडर्स द्वारा एक उद्देश्यपूर्ण कार्यक्रम है, जिसे 2022 में समाज में जागरूकता पैदा करने की मानसिकता के साथ शुरू किया गया था। जैसे ही दिल्ली-एनसीआर में राइडिंग समुदाय में वृद्धि देखी गई, हमने समाज में जागरूकता पैदा करने के लिए इस युवा ऊर्जा का उपयोग करने का निर्णय लिया। हमारे पास इसके कई कारण हैं। हमें लगता है कि ऐसे ही कार्यक्रमों को आयोजित करना बहुत महत्वपूर्ण है। यह सब 1971 के युद्ध नायकों को श्रद्धांजलि देने के साथ शुरू हुआ और इस वर्ष हमने एक बहुत ही जरूरी कारण 'बेटी बचाओ और शिक्षा' को चुना है।

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Dec 17 2023, 19:12

विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों को पीएम मोदी ने किया संबोधित, बोले- ये मेरी परीक्षा है

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिलहाल दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर पहुंचे हैं। यहां पीएम मोदी वाराणसी की जनता को संबोधित कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों से बात की और उन्हें संबोधित किया। इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे। पीएम ने कहा कि विकसित भारत संकल्प यात्रा एक तरीके से मेरी भी कसौटी है, यह मेरी परीक्षा क्योंकि मैंने जो काम कहा था और जो किया है, क्या वैसा काम हुआ है या नहीं, जिसके लिए होना चाहिए वो हुआ है या नहीं ये मैं लोगों से पूछना चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं कुछ लोगों से मिला जिन्होंने आयुष्मान कार्ड का इस्तेमाल कर गंभीर बीमारियों से इलाज कराया है। 

2047 तक भारत बनेगा विकसित भारत

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम जिन मुसीबतों से गुजरे, कोई मां-बाप नहीं चाहता कि उनके बच्चे उन मुसीबतों से गुजरे। वो खुद नहीं पढ़ पाए लेकिन अपने बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास करते हैं। जब इन योजनाओं की जानकारी उन लोगों को मिलती है तो उन्हें लगता है कि अब समय है। उन्होंने कहा कि लोग आज कहते हैं कि गरीबी और अमीरी का फर्क देश में मिट गया है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि अगर हम इस समय 140 करोड़ देशवासी, इसी मिजाज से भर जाएं कि हमें देश को आगे ले जाना है, हर एक की जिंदगी बदलनी है, हर एक की शक्ति का उपयोग व सम्मान होना चाहिए। एक बार जब ये बीज मन में लग जाएगा तो साल 2047 में देश विकसित भारत बन जाएगा और बच्चों को फल मिलना शुरू हो जाएगा।

विकसित भारत संकल्प यात्रा पर क्या बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि इस वटवृक्ष का फायदा आपके ही बच्चों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि जब मन बन जाता है तो मंजिल दूर नहीं होती है। विकसित भारत संकल्प यात्रा देश का काम है ना कि किसी राजनीतिक दल का। पीएम ने कहा, 'यह काम बेहद पवित्र है। जो विकसित भारत संकल्प यात्रा का काम करता है वह बहुत पवित्र काम करता है। विकसित संकल्प भारत के तहत जिनकों भी योजना का लाभ मिला हैं, उन्हें इस बात को बताना चाहिए। विकसित भारत यात्रा बहुत बड़ा सपना और संकल्प है। अपने ही प्रयासों से हमें इस संकल्प को सिद्ध करना है।' पीएम ने कहा कि हम सब प्रयास करें कि इस यात्रा को और सफल करें और देशवासियों के मन में भाव और आत्मविश्वास पैदा करें।

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Dec 17 2023, 18:08

नवजोत सिद्धू बोले- पंजाब की जेलों में बिक रहा ड्रग्स, गलत साबित हुआ तो सियासत छोड़ दूंगा

डेस्क: पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को आरोप लगाया कि प्रदेश की जेलों के अंदर ड्रग्स बेची जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर उनके दावे गलत साबित हुए तो वह राजनीति छोड़ देंगे। कांग्रेस नेता ने कार्रवाई नहीं करने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था, ड्रग माफिया और जेल पर हाई कोर्ट ने एक सप्ताह के भीतर नीति बनाने को कहा था। सीएम भगवंत मान जेल मंत्री हैं। उन्होंने क्या किया? जेलों के अंदर नशीली गोलियां बेची जा रही हैं। अगर मैं झूठा साबित हुआ, तो सियासत छोड़ दूंगा।

सिद्धू को मिली थी एक साल की सजा 

1988 के एक रोड रेज मामले में सुप्रीम कोर्ट ने नवजोत सिंह सिद्धू को एक साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई थी। इसके बाद सिद्धू ने 10 महीने जेल में बिताए। इस घटना में पटियाला के निवासी गुरनाम सिंह की मौत हो गई थी। जेल में अच्छे आचरण की वजह से उन्हें जेल की अवधि समाप्त होने से पहले ही रिहा कर दिया गया था।

सिद्धू ने की आप सरकार की आलोचना

जेलों के अंदर नशीली दवाओं की बिक्री के बारे में नवजोत सिंह सिद्धू के आरोप पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की ओर से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) को दोनों राज्यों में नशीली दवाओं की लत से पीड़ित लोगों के विवरण पर एक स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहने के कुछ ही दिनों बाद आए। सिद्धू ने पंजाब में बढ़ते कर्ज और कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी आप सरकार की आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य सरकार निर्धारित उद्देश्यों के लिए केंद्रीय धन का उपयोग नहीं कर रही है, जिसकी वजह से केंद्र सरकार ने पंजाब के लिए 8,000 करोड़ रुपये का धन रोक दिया है। कांग्रेस नेता ने कहा कि राज्य सरकार के पास केंद्रीय योजना में अपना 40 प्रतिशत हिस्सा देने के लिए भी धन नहीं है।

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Dec 17 2023, 16:55

पाकिस्तान जाएगी भारतीय टीम, स्क्वॉड का किया गया ऐलान, इस खिलाड़ी को बनाया कप्तान

डेस्क: पाकिस्तान के इस्लामाबाद में डेविस कप वर्ल्ड ग्रुप एक के प्ले ऑफ मुकाबले खेले जाने हैं। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ तीन और चार फरवरी को होने वाले मुकाबलों के लिए छह सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है। रामकुमार रामनाथन, एन श्रीराम बालाजी, युकी भांबरी, निकी कालियांदा पूनाचा, साकेत माइनेनी और दिग्विजय प्रताप सिंह को टीम में शामिल किया गया है। वहीं, दिग्विजय प्रताप सिंह रिजर्व खिलाड़ी हैं। 

इस खिलाड़ी को बनाया गया कप्तान

रामनाथन और पूनाचा एकल मैच खेल सकते हैं जबकि युकी, बालाजी और माइनेनी में से किन्हीं दो को युगल मैच के लिए चुना जा सकता है। रोहित राजपाल टीम के गैर खिलाड़ी कप्तान होंगे जबकि जीशान अली कोच की भूमिका निभाएंगे। 

एआईटीए ने जारी किया ये बयान 

अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने प्रेस रिलीज में बताया कि चयन समिति की बैठक की अध्यक्षता नंदन बल ने की और समिति के अन्य सदस्य बलराम सिंह, मुस्तफा घोष, साई जयलक्ष्मी, राजपाल, जीशान और सचिव अनिल धूपर भी इसमें शामिल थे। 

1964 के बाद पहली बार पाकिस्तान का दौरा 

भारत ने इससे पहले आखिरी बार 1964 में पाकिस्तान का दौरा किया था और तब उसने 4-0 से जीत दर्ज की थी। भारत अभी तक पाकिस्तान से कभी नहीं हारा है। उसने पाकिस्तान के खिलाफ सभी आठ मुकाबले जीते हैं। भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी मुकाबला 2019 में न्यूट्रल वेन्यू पर खेला गया था। भारत ने इस मुकाबले में भी 4-0 से जीत हासिल की थी।

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Dec 17 2023, 14:46

LAC और LOC की चुनौतियों पर भारतीय सेना प्रमुख ने दे दिया ऐसा बयान कि सियासत में मच गई खलबली, बताया-क्यों खत्म नहीं हो रहा विवाद

डेस्क: भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने सीमा क्षेत्र की चुनौतियों पर खरी-खरी कह दी है। पाकिस्तान के साथ लगी नियंत्रण रेखा (एलओसी) और चीन के साथ लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर विवाद नहीं खत्म होने के पीछे सेना प्रमुख ने अब तक का सबसे बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह चुनौतियां हमें विरासत में मिली हैं। सेना प्रमुख के इस बयान से देश की सियासत में खलबली मच गई है। भारतीय सेना प्रमुख ने बयान में यह बताया है कि क्यों भारतीय सीमा पर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। सेना प्रमुख के बयान को सुनकर तमाम राजनीतिक दल भी भौचक्के रह गए हैं।

 

इसके साथ ही उन्होंने रूस-यूक्रेन और इजरायल-हमास जैसे युद्ध के मद्देनजर दुनिया को ब्लैक श्वान जैसी घटनाओं के प्रति आगाह किया है। सेना प्रमुख ने कहा है कि ब्लैक श्वान जैसी घटनाएं दुनिया में उथल-पुथल मचा सकती हैं। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शनिवार को कहा कि भारत की सशस्त्र सेनाओं को "अप्रत्याशित की अपेक्षा करें" की कहावत के अनुरूप खुद को ढालने की जरूरत है। उन्होंने भू-राजनीतिक परिदृश्यों और सुरक्षा चुनौतियों के बारे में सेना के जागरूक रहने की जरूरत पर भी जोर दिया।

 

सेना प्रमुख ने कहा-विरासत में मिली चुनौतियां हमें उलझाना जारी रखेंगी

नागपुर में भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) को संबोधित करते हुए सेना प्रमुख ने कहा कि विरासत में मिली अस्थिर सीमाओं की चुनौतियां हमें उलझाना जारी रखेंगी। सेना प्रमुख जनरल पांडे की यह टिप्पणी पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ सीमा पर जारी गतिरोध के बीच आई है। विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर प्रकाश डालते हुए जनरल पांडे ने कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक तरीके से अधिकार को लेकर प्रतिस्पर्धा बढ़ रही है। उन्होंने कहा, ''अप्रत्याशित की अपेक्षा करना एक ऐसी चीज है जो हमारे लिए जरूरी है।

 

'' सेना प्रमुख पांडे ने कहा, ''ब्लैक स्वान जैसी घटनाएं वैश्विक सुरक्षा के परिदृश्य में उथल-पुथल ला सकती हैं। रूस-यूक्रेन और इजराइल-हमास के बीच जारी संघर्ष के परिणाम अन्य देशों के बीच संबंधों को फिर से परिभाषित करेंगे, जो आने वाले दशकों में विश्व राजनीति को एक नया रंग देंगे।' ​(भाषा)

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Dec 17 2023, 14:11

सूरत डायमंड बोर्स का पीएम मोदी ने आज किया उद्घाटन; जानें दुनिया की सबसे बड़ी इमारत के बारे में सब कुछ

डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से आज गुजरात में सूरत डायमंड बोर्स (SDB) का उद्घाटन किया गया है। ये दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस स्पेस है, जहां 4,200 से ज्यादा डायमंड ट्रेडिंग ऑफिस होंगे। अब तक देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को डायमंड ट्रेडिंग का हब माना जाता है, लेकिन एसडीबी की ओपनिंग के बाद ज्वेलरी और डायमंड ट्रेडिंग में सूरत भी एक बड़े हब के रूप में उभरेगा। 

क्या है सूरत डायमंड बोर्स? 

सूरत डायमंड बोर्स (SDB) एक प्लान डायमंड ट्रेडिंग बिजनेस सेंटर है, जिसकी स्थापना डायमंड ट्रेडिंग बिजनेस को मुंबई से सूरत शिफ्ट करने के लिए की गई है। मौजूदा समय में सूरत डायमंड पोलिश और कटिंग का हब है और अभी सूरत में डायमंड ट्रेडिंग महिधरपरा हीरा बाजार और वराछा हीरा बाजार में होती है। जहां व्यापारी बिना किसी सुरक्षा के सड़क पर ही खुले में लेनदेन करते हैं। इस कारण से एक बड़ी संख्या में डायमंड ट्रेडिंग मुंबई के बीकेसी यानी बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में होती है। जहां इंटरनेशनल बायर्स के साथ कई आधुनिक सुविधाएं भी मौजूद हैं। 

दुनिया का सबसे बड़ा ऑफिस स्पेस 

सूरत डायमंड बोर्स को 66 लाख स्क्वायर फीट एरिया में बनाया गया है। एरिया के हिसाब से ये अब तक सबसे बड़ी ऑफिस बिलडिंग यूएस के पेंटागन से भी बड़ा है। एसडीबी में 4,200 से ज्यादा ऑफिस मौजूद हैं, जिन्हें 300 स्क्वायर फीट से लेकर 1,15,000 स्क्वायर फीट के एरिया में बनाया गया है। इस बोर्स में 9 टावर है, जिसमें हर एक टावर में 15 फ्लोर को बनाया गया है।  

इसे लेकर पीएम मोदी ने भी एक्स हैंडल पर ट्विट किया है, जिसमें उनकी ओर से कहा गया है कि सूरत डायमंड बोर्स सूरत के हीरा उद्योग की गतिशीलता और विकास को प्रदर्शित करता है। यह भारत की उद्यमशीलता की भावना का भी प्रमाण है। यह व्यापार, इनोवेशन और सहयोग के केंद्र के रूप में काम करेगा, हमारी अर्थव्यवस्था को और बढ़ावा देगा और रोजगार के अवसर पैदा करेगा।

डायमंड कारोबारियों के लिए सभी सुविधाएं मौजूद 

इस डायमंड बोर्ड में हीरा कारोबारियों की सभी सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। यहां इन्फ्रा को डायमंड कारोबारी की सुविधाओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। इसके साथ ही डायमंड की पोलिश, डायमंड मैन्यूफैक्चरिंग मशीन, सॉफ्टवेयर, डायमंड क्वालिटी सर्टिफिकेट, लेब डायमंड्स और इंटरनेशनल एवं नेशनल खरीदारों के लिए 27 डायमंड ज्वैलरी रिटेल आउटलेट जैसी सुविधाएं भी सूरत डायमंड बोर्स में होंगी। 

सूरत डायमंड बोर्स की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इस सेंटर की ओपनिंग के 1.5 लाख लोगों को सीधे तौर पर इसके जरिए रोजगार मिलेगा। मौजूदा समय में सूरत में लाखों लोग डायमंड कारोबार से जुड़े हुए हैं। इसका सीधा फायदा भी सूरत के डायमंड कारोबारियों को मिलेगा। 

सुरक्षा का भी रखा गया पूरा ध्यान 

सूरत डायमंड बोर्स में सुरक्षा का भी खास ख्याल रखा गया है। पूरें कैंपस में 4,000 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों को लगाया गया है। इसके साथ ही लोगों की प्रवेश और निकासी के स्थान भी विशेष सुरक्षा उपकरणों को लगाया गया है। 

कितनी बड़ी है सूरत की डायमंड इंडस्ट्री? 

दुनिया में इस्तेमाल किए जाने वाले 90 प्रतिशत हीरों की सूरत में कटिंग और पोलिशिंग की जाती है। इसका औसत टर्नओवर करीब 3 लाख करोड़ रुपये का है। इसके जरिए करीब 15 लाख लोगों को सीधे रोजगार मिलता है।

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Dec 17 2023, 14:10

केंद्र की भाजपा के हिंदुत्व की राजनीति के जवाब में नीतीश कुमार और नवीन पटनायक भी भगवान की शरण में पहुंचे, योगी आदित्यनाथ ने भी खोला खजाना

लोकसभा चुनाव को लेकर सभी दल इसकी तैयारी में जुट गए हैं। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर के लोकार्पण की तैयारी में जुट गई है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के द्वारा भी देश के सभी मंदिरों में इस दिन विशेष पूजा और आरती का आयोजन करने का आह्वान किया गया है। भाजपा के हिंदुत्व की राजनीति के जवाब में नीतीश कुमार और नवीन पटनायक भी भगवान की शरण में पहुंच चुके हैं।

भारतीय जनता पार्टी के द्वारा बीते कई लोकसभा चुनावों में राम मंदिर निर्माण को अपने घोषणापत्र में जगह दिया गया है। बाबरी मस्जिद के साथ वर्षों से चली आ रही लड़ाई सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही खत्म हो गई। सराकर ने भी बिना देरी किए इसका निर्माण कार्य शुरू कर दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका शिलान्यास किया था। बीजेपी की हिंदुत्व की राजनीति में राम मंदिर काफी फिट बैठती है। यही वजह है कि योगी आदित्यनाथ की सरकार ने भी इसके लिए सरकार का खजाना खोल दिया है। अयोध्या को नए सिरे से संवारा जा रहा है। बीजेपी ने भी राम मंदिर मुद्दे को लोकसभा चुनाव में भुनाने के लिए तैयारी कर ली है।

नीतीश कुमार के बारे में कहा जाता है कि वह राजनीति की हवा का रुख भांपने में माहिर हैं। जब से केंद्र में बीजेपी सत्ता में आई है, उन्होंने सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति से परहेज नहीं किया है। पहले की तुलना में उन्होंने मंदिरों का अधिक दौरा किया है। साथ ही वह मजार और मस्जिदों की यात्रा करने से भी नहीं चूकते हैं। हाल ही में उन्होंने सीतामढ़ी में सीता की जन्मभूमि पुनारौधाम में जानकी मंदिर परिसर में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास कर बीजेपी को चौंका दिया। नीतीश कुमार को शायद इस बात का एहसास हो गया कि राम मंदिर के उद्घाटन के साथ बिहार में बीजेपी पुनौराधाम को लेकर उन्हें घेरने की कोशिश करती। बीजेपी की उग्र हिंदुत्व की राजनीति को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पहले ही उन्होंने इस मुद्दे को हथिया लिया है।

बता दें कि पुनौराधाम रामायण सर्किट का एक अहम हिस्सा है। बिहार सरकार मंदिर प्रांगण में स्थित सीताकुंड को विकसित कराने जा रही है। साथ ही पूरे परिसर का सौंदर्यीकरण किया जाएगा। यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुविधाओं का भी विस्तार किया जाएगा। यहां मंदिर में ही सीता वाटिका और लव-कुश वाटिका का भी निर्माण होगा। बिहार सरकार यहां करीब 72 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। मंदिर परिसर में सुदंर वास्तुशिल्प से सुस्सजित दीवारें तैयार की जाएंगी। मंडप और सड़क का निर्माण भी किया जाएगा। मंदिर में आने वाले स्थानीय और बाहरी श्रद्धालुओं के वाहनों लगाने के लिए अत्याधुनिक पार्किंग की भी व्यवस्था की जाएगी।

राम मंदिर के उद्घाटन से ठीक पहले यानी 17 जनवरी को ओडिशा में जगन्नाथ कॉरिडोर का उद्घाटन किया जाएगा। ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (BJD) ने बहुप्रतीक्षित श्रीमंदिर परिक्रमा परियोजना की तैयारी पूरी कर ली है। पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर कॉरिडोर के सौंदर्यीकरण के लिए 943 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। परिक्रमा परियोजना पूरा होने के करीब है। इसके लिए चार धाम समेत 1000 से अधिक मंदिरों को न्यौता भेजा गया है। दुनियाभर के प्रमुख हिन्दू मंदिरों और नेपाल के राजा को भी निमंत्रण भेजा है। अगले साल अप्रैल में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले यह काफी मह्तवपूर्ण है।

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Dec 17 2023, 13:06

भारत में दस्तक दे रहा कोरोना का नया वेरिएंट JN.1, यहां जानिए क्या है इसके लक्षण

पूरी दुनिया में कोहराम मचाने वाली कोरोना महामारी अभी भी हमारा पीछा नहीं छोड़ रही है। बीते कुछ समय से दुनियाभर में भले ही इसके केसों में कुछ कमी देखने के लिए तो मिल रही है, लेकिन इसका खतरा अभी तक टला नहीं है। बीच-बीच मे कई बार इस वायरस के विभिन्न वेरिएंट्स ने लोगों की चिंता और भी ज्यादा बढ़ा दी है। इसी दौरान अब एक बार फिर इसे लेकर लोगों की चिंता और भी ज्यादा बढ़ा दी है। दरअसल, चीन जहां से इस महामारी की शुरुआत हुई थी, वहां अब कोरोना के एक नए सबवेरिएंट जेएन.1 (JN.1) के केस सामने आए है।

कोविड के इस नए सबवेरिएंट की पहचान सबसे पहले लक्जमबर्ग में हुई थी, इसके उपरांत यूके, आइसलैंड, फ्रांस और अमेरिका में भी इसके केस सामने आने लग गए। इतना ही नहीं खुद इंडिया में भी कोरोना के इस सबवेरिएंट का एक केस देखने के लिए मिला है। बीते दिनों केरल में इस नए सबवेरिएंट जेएन.1 की पुष्टि भी कर दी गई थी। इस केस के सामने आते ही अब सभी की चिंताएं एक बार फिर से तेजी से बढ़ने लगी है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में जानते हैं कोरोना के इस नए सबवेरिएंट से जुड़ी वह सभी बातें, जो आपके लिए जानना बहुत ही ज्यादा आवश्यक है।

जेएन.1 क्या है 

डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन सेंटर (CDC) के अनुसार कोविड का यह सबवेरिएंट, ओमिक्रॉन सबवेरिएंट BA.2.86 का वंशज है, जिसे 'पिरोला' भी कहा जाता है। वैज्ञानिकों की मानें, तो JN.1 और BA.2.86 के मध्य केवल एक ही बदलाव है और वह है स्पाइक प्रोटीन में परिवर्तन। स्पाइक प्रोटीन जिसे स्पाइक भी बोला जाता है। यह वायरस की सतह पर छोटे स्पाइक्स जैसा दिखाई देता है। इसी वजह से लोगों में वायरस का संक्रमण अधिक तेजी से होता है।

जेएन.1 के लक्षण क्या है

 खबरों का कहना है कि कोरोना के इस नए सबवेरिएंट के अभी तक कोई खास लक्षण दिखाई नहीं दे रहे है। ऐसे में यह पता लगा पाना मुश्किल है कि इसके लक्षण कोरोना के अन्य वेरिएंट से अलग है या नहीं। वहीं, कोरोना के आम लक्षणों में निम्न शामिल हैं।

बुखार

लगातार खांसना

जल्दी थकान होना

नाक बंद या जाम हो जाना

नाक का बहना

दस्त

सिर में दर्द

कितना खतरनाक है नया वेरिएंट

 फिलहाल, जेएन.1 को लेकर कोई विस्तृत जानकारी अब तक सामने नहीं आई है। CDC की मानें तो इस वेरिएंट के बढ़ते केसों को देख यह कहा जा सकता है कि या तो यह अधिक संक्रामक है या फिर यह हमारे इम्यून सिस्टम से आसानी से बच सकता है। साथ ही उन्होंने यह भी साफ किया कि मौजूदा समय में इस बात का कोई सबूत नहीं है कि JN.1 वर्तमान में मौजूद कोविड के अन्य वेरिएंट की तुलना में अधिक खतरनाक है या नहीं।

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Dec 17 2023, 13:05

खरमास में जरूर अपनाएं तुलसी से जुड़ा ये एक उपाय, बनी रहेगी मां लक्ष्मी की कृपा

इस बार खरमास की शुरुआत 16 दिसंबर से हो गई है तथा इसका समापन 15 जनवरी को होगा। खरमास के इस महीने में प्रभु श्री विष्णु, मां लक्ष्मी और भगवान सूर्य की उपासना करना सबसे अधिक शुभ माना जाता है। खरमास के इस महीने में सभी मांगलिक कार्यों पर रोक जाती है जैसे शादी, मुंडन और सगाई आदि। मान्यता के मुताबिक, खरमास में माता तुलसी का पूजन करना भी शुभ माना जाता है क्योंकि तुलसी प्रभु श्री विष्णु की प्रिय है। तुलसी इतनी पूजनीय है कि खरमास में तुलसी से जुड़े कुछ विशेष उपाय करने चाहिए। तो आइए आपको बताते हैं कि उन उपायों के बारे में।

खरमास में अपनाएं ये उपाय

खरमास में प्रभु श्री विष्णु का पूजन करते वक़्त उनके भोग में तुलसी दल का इस्तेमाल अवश्य करें।

खरमास में तुलसी का पूजन करते वक़्त उनके सामने घी की दीपक अवश्य जलाएं तथा उसके बाद तुलसी की परिक्रमा अवश्य करें।

इसके साथ ही खरमास के चलते तुलसी को भूल से भी सिंदूर या कोई सुहाग की सामग्री न चढ़ाएं।

खरमास में प्रतिदिन माता तुलसी को जल चढ़ाएं तथा ओम नमो भगवते नम: मंत्र का जाप करें।

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Dec 17 2023, 12:58

राम का नाम जपते हुए उज्जैन से अयोध्या को निकले राजवर्धन, 22 जनवरी को खत्म होगी 900 किमी की पैदल यात्रा

राम-नाम आधार जिन्हें वो जल में राह बनाते हैं, जिन पर कृपा राम करे वो पत्थर भी तिर जाते हैं...। इन्हीं पंक्तियों को आधार मानते हुए उज्जैन शहर का एक युवक प्रभु श्री राम का नाम लेकर 900 किमी की पैदल यात्रा पर चल दिए है। जो 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में होने वाले मंदिर के शुभारंभ समारोह और प्रभु श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा के भव्य समारोह में शामिल होने जा रहे है।

यह युवक है उज्जैन शहर का राजवर्धन सिंह सिसौदिया जो कि 13 दिसंबर 2023 को उज्जैन से अयोध्या के लिए रवाना हो चुके है। 900 किमी की यात्रा कर 22 जनवरी 2024 को अयोध्या पहुंचने वाला है। राजवर्धन ने कहा कि वह एक दिन में 30 से 35 किमी की यात्रा करने वाला है। राजवर्धन दो दिन में 65 किमी की पैदल यात्रा तय कर अब तक शाजापुर पहुंच गया है। उसका एक ही लक्ष्य है कि वह प्रभु श्री राम की प्राण-प्रतिष्ठा का साक्षी बने और मंदिर में विराजे रामलला को अपनी आंखों से देख पाए। यही वजह है कि युवक ने पहले बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया और भगवान श्री राम का नाम लेकर अपनी यात्रा भी शुरू कर दी है।

प्रभु श्री राम का भक्त है राजवर्धन

 राजवर्धन ने कहा है कि वह बचपन से ही प्रभु श्री राम और हनुमानलला की पूजा करता आ रहा है। अब उसने तय किया था कि जब मंदिर बनकर तैयार होगा और वहां रामलला की स्थापना होगी वह वहां जाकर प्रभु श्री राम के दर्शन प्राप्त करेगा। अब वो दिन आ गया है, इसके चलते उसने तय किया और भगवान राम के दर्शन का लक्ष्य लेकर उसने यात्रा करने का फैसला कर लिया।

शक्ति दूत टीम ने बढ़ाया हौसला: खबरों का कहना है कि राजवर्धनसिंह सिसौदिया (राज बन्ना) ने श्री अवंतिका नगरी से श्री अयोध्या नगरी तक पैदल यात्रा भी शुरू कर दी है। बाबा महाकाल के दर्शन कर वे पैदल यात्रा पर रवाना हो चुके है। शक्ति दूत टीम के अजय देवड़ा, दर्पण मेवाड़ा, ललित प्रजापति, कमल पोरवाल, नवीन केमकार, निखिल चौहान, गौरव आदि ने यात्रा प्रारंभ होने के पूर्व महाकाल लोक में राजवर्धन सिसौदिया का अभिनंदन कर स्वागत किया। और राजवर्धन सिसोदिया का हौसला भी बढ़ाया।